तिरंगा.....
मेरी इज्जत , मेरी शोहरत , मेरी दौलत तिरंगा है | बहे जो देश की खातिर ,लहू हर बूँद गंगा है | मेरा गौरव है तुझसे माँ , तेरा अभिमान मुझसे है | मेरी पहचान तुझसे है , तेरा एहसान मुझपे है || वतन भी खूब देखे है , नज़ारे खूब देखे है | ध्वजाएं खूब देखी हैं , सितारे खूब देखे है || तिरंगा है अलग दिखता , कहीं भी हो खड़ा चाहे | हिमालय पर विराजे हो , भले सागर किनारे हो || बसंती रंग बलिदानी , सफेदी शांति का साखी | हरा खुशियों का परिचय है , दिवाली , ईद , वैशाखी || धर्म चक्र है शिव त्रिनेत्र सा , आत्मज्ञान के दीपक जैसा | विश्व शांति की अमर पताका , तुमसे गर्वित भारत देशा | तुमसे गर्वित भारत देशा ||